Aa Rooh Aa – आ रूह आ

रूह – ए – पाक खुदावंदा तू आ,
जान जिस्म और रूह मे तू बस जा,
आ ….. आ ….. रूह आ …..

रूह के शोले लपक लपक जब आते हैं ,
बंधन सारे टूट के गिरते जाते हैं
आ ….. आ ….. रूह आ …..

बारिश होगी रूह – ए – पाक के बादल से,
धुल जायेंगे मैले मन भी अंदर से
आ ….. आ ….. रूह आ …..

रूह की सूरत में यीशु जब आयेगा
तहस नहस होगा शैतान हिल जायेगा
आ ….. आ ….. रूह आ …..

Rooh-e-Pak Khudawanda Tu Aa
Jaan Jism aur Rooh mein tu Bas Jaa
Aa …… Rooh Aa…….

Rooh ke Sholey lapak lapak jab aate hain
Bandhan Sare tootte girte Jaate hain
Aa …… Rooh Aa…….

Baarish Hogi Rooh-e-Pak ke badal se
Dhul Jayenge Maile Man Bhi Andar Se
Aa …… Rooh Aa…….

Rooh Ki Soorat Mein Yeshu Jab Aayega
Tehas Nehas Hoga Shaitan Hil Jayega
Aa …… Rooh Aa…….