आवाज़ उठायेंगे, हम साज़ बजायेंगे, है यीशु महान अपना, ये गीत सुनायेंगे
संसार की सुंदरता में, है रूप जो तेरा ही, इन चाँद सितारों में, है अक्स जो तेरा ही महिमा की तेरी बातें, हम सब को बताएंगे है यीशु महान अपना ये गीत सुनाएंगे
दिल तेरा खज़ाना है, एक पाक मोहब्बत का, था पा न सका कोई , सागर है तू उलफत का हम तेरी मोहब्बत से, दिल अपने सजाएंगे है यीशु महान अपना ये गीत सुनाएंगे
न देख सका हम को, तू पाप के सागर में और बन के मनुष्य आया, आकाश से सागर में मुक्ति का तू दाता है, दुनिया को बताएंगे है यीशु महान अपना ये गीत सुनाएंगे
आवाज़ उठायेंगे …..
Aawaz Uthayenge hum Saaz Bajayenge Hai Yeshu Mahaan apna, Yeh Geet Sunayenge
Sansar ki Sundarta mein ,hai Roop jo Tera hi In Chand Sitaaro mein, hai Aks jo tera hi Mahima ki teri Baate, Hum sb ko Batayenge Hai Yeshu Mahaan apna, Yeh Geet Sunayenge
Dil Tera Khazaana hai, Ek paak Mohabbat ka Tha pa na ska koi, Sagar hai tu Ulfat ka Hum Teri Mohabbat se, Dil aapne Sajayenge Hai Yeshu Mahaan apna, Yeh Geet Sunayenge
Na dekh Saka Hum ko, Tu Paap ke Sagar mein Aur ban ke Manushya aaya, Akash se Sagar mein Mukti ka tu daata hai, Duniya ko Batayenge Hai Yeshu Mahaan apna, Yeh Geet Sunayenge