एक ताज बना के परस्तिश का
तेरे सर पे सजाते हैं
नए नगमें भी नई ग़ज़लें भी
तेरे चरणों में लाते हैं
तेरे नक़्श ओ क़दम पे शम्स-ओ-क़मर
हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह ……
तेरी राह गुज़र यह शाम-ओ-सहर
हम खुशियों के नए फूलों से
तेरी रह सजाते हैं
सब ताज येसु तेरे क़दमों तले
हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह ……
सारी दुनिया में तेरा ही दीप जले
हम नगर नगर में आशाओं के दीप जलाते हैं
तुझ से आबाद दिल के घराने हुए
हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह ……
तेरे वादों से रोशन ज़माने हुए
हम खुशियों के नए फूलों से
तेरी रह सजाते हैं