गुज़रा है वो उन राहों से
जिनसे हम गुज़रते हैं यीशु जी के चाहने वाले
तूफानों से लड़ते हें
कश्ती में है साथ मसीहा लहर लहर किनारे है
अहले हुआ नामे मसीह पर
जीते हैं और मरते हैं…
यीशु जी के चाहने वाले …..
रूह कुद्दस की पाक हुज़ूरी,
जान को ताज़ा करती है आँख में आँसू झिल मिल करते
अब जिगर को तकते हैं
यीशु जी के चाहने वाले …..
तकते तकते यीशु मसीह को
मन की सूरत बदल गयी जान जिस्म रूह राहे खुदा में
नज़रे मसीहा करते हैं
यीशु जी के चाहने वाले …..