Ibadat Karo – इबादत करो

ए दुनिया के लोगो , ऊँची आवाज़ करो
गाओ ख़ुशी के गीत , उसका गुणगान करो

इबादत करो उसकी इबादत करो

याद रखो के वोही एक खुदा है
हम को ये जीवन उसी ने दिया है
उस चारागाह से हम सब है आये
हम्द-ओ -सन्ना के हम गीत गाए
रब्ब का तुम शुक्र करो
ऊँची आवाज़ करो
गाओ ख़ुशी के गीत
उसका गुणगान करो

इबादत करो उसकी इबादत करो

नाम – ए – खुदावंद कितना मुबारक
मेरा खुदावंद कितना भला है
रहमत है उसकी सदियों पुरानी
वफ़ा का अज़ल से यही सिलसिला है
उस पर ईमान धरो
उसके घर आओ चलो
गाओ ख़ुशी के गीत
उसका गुणगान करो

इबादत करो उसकी इबादत करो

Aye duniya ke logo, Unchi Aawaz karo
Gao khushi ke Geet, uska Gungaan karo

Ibadat karo …..

Yaad rakho ke wohi ek KHUDA hai
Hum ko ye Jeewan usi ne diya hai
Usi Charagaah se hum sab hai Aaye
Hamd-o-Sana ke Hum geet gaye
Rabb ka Tum Shukar Kro
Unchi Awaaz Kro
Gao Khushi ke Geet
Uska Gungaan kro

Ibadat kro uski ibadat kro

Naam-e-Khudawand Kitna Mubarak
Mera Khudawand Kitna Bhala hai
Rehmat hai Uski Sadio’n Purani
Wafa ka Azal se yehi Silsila hai
Us Par Imaan Dharo
Uske Ghar Aao Chalo
Gao Khushi ke Geet
Uska Gungaan kro

Ibadat karo…..