इक ताज बना के परस्तिश का
तेरे सर पे सजाते हैं
नई नाग़मे भी नई ग़ज़लें भी
तेरे चरणों में लाते हैं
- तेरे नक़्श ओ क़दम पे शम्स ओ क़मर ( हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह )
तेरी राह गुज़ार यह शाम ओ सहर
हम खुशिओं के नई फूलों से
तेरी राहें सजाते हैं
- सब ताज येसु तेरे क़दमों तले ( हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह )
सारी दुनिया मैं तेरा ही दीप जले
हम नगर नगर में
आशाओं के दीप जलातें हैं..
- तुझ से आबाद दिल के घराने हुए ( हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह हाल्लेलुयाह )
तेरे वायदों से रौशन ज़माने हुए
हम चाहतों के नए
जज़्बों से तुझे प्यार दिखाते हैं ..
Lyrics composition : Rev.Dr. Hizkiel Sarosh