कलवरी दे सहारे पापी बचदे ने सारे
ओथे क्रूस तू चढ़या दुःख ढाहड़ा ही जड़िया
मुल साडा तू भरया देके खून प्यारे
तेरा खून प्यारा बन के वग्ग पया धारा
होया साडा कफारा ढक्के पाप हमारे
क्यों ना गुण तेरे गावां जिंद घोल घुमावां
तेरे पिछे पिछे जावां वेखन क्रूस नज़ारे
तेरी क़दर ओह जाने जेहरा जखम पहचाने
लहु जिन्हा विचों वग्ग के आया देस हमारे
तेरे प्यार नू लेके असीं लोकां कोल जाइये
तौबा करके गुनाह तो लगन पैर किनारे