ख़ुदाया तेरी रूह तों मैं भला नस के किदर जावां
हज़ूरी तेरी तों छिप के मैं केहड़ी तरफ नू नस्सां
मैं चढ़ जावां जे असमानां दे उत्ते ओथे है तू ही
बिछावां बिस्तरा पाताल दे विच ओथे है तू ही
समुन्द्रो पार जा उतरां सुबह दे पंखा नू फैला
ते ओथे वी तेरा हथ मैनू या रब्ब राह विखावेगा
खुदाया तू करेंगा दस्तगीरी आपी मेरी वी
तेरा हथ सज्जा ओस पाताल दे विच होवे मदद मेरी
जे मैं आखां के मैनू घुप हनेरा वी छिपावेगा
मेरे गिर्दे हनेरा वी तदों चानण हो जावेगा
नहीं है सामने तेरे हनेरा घुप हनेरा वी
हनेरी रात तेरे सामने है वांग चानण वी