लाश समझ के लाश येशु दी लाशा संग रलाई
फौजी पहरा , कब्र ते पत्थर ,मोहर हुकूमत लाई
पहरेदारां अपनी अखी डिठा नूर खुदाई
डिग पये दू पत्थर दे वांग पत्थर बन सिपाई
लाश समझ के लाश ……..
माण टूटे ने माणा वाले।ज़ोरावर शरमाऊंदे
देख के खुला , मुँह कब्र दा , मुँह लुकाई जांदे
लाश समझ के लाश …..
ओह तुहाडा दर्दी बनके ,दर्द मिटावण आया
तुसी ता चंगा , दुनिया वालियो मुल प्यार दा पाया
लाश समझ के लाश …..
ओह तुहाडी पापां वाली
सलीब मोडे धर के
पापां नू सूली दित्ता , खुद सलीब ते चढ़ के
लाश समझ के लाश ……..