Lahu Lahu YESHU Ka Lahu – लहू लहू यीशु का लहू

लहू लहू यीशु का लहू, गुनाहों से हमको धोता है,
मसा मसा मसीह का मसा, बन्धन सारे खोलता है

1.बढ़े बढे़ न पीछे हटे, खुदावन्द का रुह फरमाता है,
शिफा शिफा मुकदस शिफा, पाक लहू दिलाता है

2.खुदा खुदा हमारा खुदा, दिल में रहना चाहता है,
खुदा खुदा हमारा खुदा, रुह से भरना चाहता है

3.यीशु यीशु हमारा यीशु, मोहब्ब्त का बहता दरिया है,
यीशु यीशु हमारा यीशु, मुक्ति का वाहिद ज़रिया है

4.खुदा खुदा हमारा खुदा, दिल में रहना चाहता है
खुदा खुदा हमारा खुदा, रूह से भरना चाहता है

5.बड़े बडे ना पीछे हटें, खुदावंद का रूह फरमाता है
शिफा शिफा मुकम्मल शिफा,पाक लहू दिलाता है

लहू लहू। ……2