कभी नही …कभी नही छोड़ेगा
ना छोड़ेगा ना छोड़ेगा ना छोड़ेगा ना छोड़ेगा
अकेला कभी नही छोड़ेगा
कभी नही कभी नही कभी नही कभी नही छोड़ेगा
वो वायदों का सच्चा है , चरवाहा अच्छा है
वो इब्तिदा इंतेहा , अल्फा ओमेगा है
ना छोड़ेगा……..
तूफानों में साथ है निशानों में साथ है
जंग उसकी वो खुद ही लड़े, मैदानों साथ है
ना छोड़ेगा……
वो तन्हा रातों में, जिंदगी के सनातों में
वो ना उम्मीदी में ,और मुश्किलातों में
वो साथ है………