पोशाक ए रास्ती पहनाएगा अल मसीह
मुक़द्दस लोगों को ले जाएगा अल मसीह
शैतान ने हमें ख़ुदा से जुदा किया
ख़ुदावन्द की हिफाज़त को हम से जुदा किया
फिर से ख़ुदा के पास ले जाएगा अल मसीह
तेरे गुनाहों की खातिर मसलूब वो हुआ
अपना लहू बहा कर हम को बचा लिया
सब के गुनाहों को मिटाएगा अल मसीह
हैं हम इस जहान की कशिश से बंधे हुए
दिल है मगर सितारों पे फलक पे लगे हुए
हमें हवाओं में उड़ाएगा अल मसीह