रंग लिया मोहे रंग लिया-२ , यीशु ने
दिया अपना मस्सा दिया अपना जहन
मोहे अपना रूप दिया
रंग लिया………
दिया जीने का रंग …. रंग रंग,
रूह ए पाक दिया संग…. संग संग
चौपान बना वो
इक अजब ख़ुशी, इक अनोखा मज़ा
दिलो जान बना वो………
संग लिया मोहे संग लिया यीशु ने………
वो ही प्यार का रूप …….. रूप रूप,
चाहे छाँव हो जा धूप……. धूप धूप
यीशु है खुदा
वो ही देता है फल, उसमे नहीं छल
यीशु है वफ़ा
मांग लिया मोहे मांग लिया, यीशु ने………