Sher – Saleeb pe nasri ne jo ek ek Baat ki सलीब पे नासरी ने जो एक एक बात की
Nikle Hzaar pehlu usi Baat Baat ke निकले हज़ार पहलू उसी बात बात के
Dil pe kya kya Naqsh utare Yesu ne दिल पर क्या क्या नक़्श उतारे येसु ने
7 Saleebi Kalme Pukare Yesu ne सात सलीबी कलमे पुकारे येसु ने
१. बख़्श इन्हें आए बाप मुझे ये जाने ना
क्या करते हैं साथ मेरे पहचाने ना
पहला कलमा कहकर ग़म की सलीब पे
बख़्शिश के ऐलान पुकारे येसु ने
२. मरते हुओं को बख़्शे जीवन की सौगात
आज ही तू फिरदौस में होगा मेरे साथ
दूसरा कलमा कहकर दार पे डाकू से
मुक्ति के दर खोले सारे येसु ने
३. बिखरा रिश्ता देकर ख़ून समेटा है
देख ये तेरी माँ ये तेरा बेटा है
तीसरा कलमा कहकर देखो सलीब पर
उल्फत के सब क़र्ज़ उतारे येसु ने
४. गूँजी सदा आए मेरे ख़ुदा ! आए मेरे ख़ुदा !
सलीब पर है तूने मुझे क्यों छोड़ दिया
दर्द भरा ये चौथा कलमा कहकर फिर
कितने लम्हे तन्हा गुज़ारे येसु ने
५. गिरते हुओं की हिम्मत और दिलासा है
तेरी नजात की ख़ातिर आज वो प्यासा है
दार पे पाँचवाँ कलमा कहकर प्यासा हूँ
खोए हुओं को किए इशारे येसु ने
६. उसकी सलीब पाक तरीन मकाम हुआ
मेरा कफारा देकर कहा तमाम हुआ
छटा कलमा कहकर देखो सलीब पर
बाप से मेल कराये प्यारे येसु ने
७. तेरा हूँ मैं दुश्मन की सब घातों में
सौंपता हूँ मैं रूह को तेरे हाथों में
सातवाँ कलमा कहकर देखो सलीब पर
मेल मिलाप के नारे मारे येसु ने
Link – https://www.youtube.com/watch?v=rt0pvvQ5EJ4
Composer : Sohail Randhawa
Lyrics : Khalid Emmanail