शोले हैं नासरी के हवाएं बुझाएं क्यों
खादिम हैं नासरी के बालाएं सताएं क्यों
आँखों में रौशनी है खुदावंद के प्यार की
क़ासिद हैं रास्ती के ना रूहें बचाएं क्यों
मल को खुदा ने चुन लिया अपना बना लिया
इब्न ए ख़ुदा के गीत ना क़ूवत से गाएं क्यों
येसु के खून ए पाक के छींटों के साथ साथ
रूह अल क़ुद्दस गवाह है कहीं और जाएं क्यों
ताज़ा मसा में भीगे क़ाबें हैं ज़हन-ए-बातिन
फतह से बढ़ के ग़लबा ना शैतान पे पाएं क्यों
Song By- Pastor Ernest Mall