तन में भी मन में भी यीशु तू बसे
मैं बन जाऊँ तेरी हैकल जिसमें तू बसे
पत्ता पत्ता चिड़िया चिड़िया
तेरा ही राग गायें
हर फल कलियों में चमन में
तेरी खुशबू आये
फिर क्यों ना मैं तुझको भेजूँ
तेरा ही ध्यान रहे
हर पल हर क्षण
जैसे तिल में तेल है चकमक में आग
तेरा खुदा तुझमें बैठा जाग सके तो जाग
मोह को कहाँ ढूँढे बन्दे मोह तो तेरे पास है
हर दिल में हर धड़कन हूँ मैं साँस साँस में
माटी की बुत्त बना पूज रहा किसको तू
मन मंदिर में झुक के देख खुद ख़ुदा मौज़ूद रे