तन में कुव्वत नही , मन भी मैला सा है
ए खुदावंद खुदा, आ मुझे थाम ले
तन की कुव्वत है तू, मन की शक्ति है तू
एल शदे दो जहां, आ मुझे थाम ले
भारी भारी कदम, उखड़े उखड़े से दम
अपने अपने नहीं, खुल गये सब भरम
रहम कर पाक कर, रूह के मस्सा से भर
है तेरा आसरा, आ मुझे थाम ले
जोर-ए-बाजू है तू, तू ही संगीत है
जिस्मो जान कि शिफा, तू मेरा गीत है
तूने सुन ली दुआ, शुक्रिया शुक्रिया
है तू ही है ख़ुदा, आ मुझे थाम ले
वलवरे क्या हुए, आशियां लूट गए
अश्क थमते नही,आसरे छूट गए
हुक दिल से उठी, अपना चेहरा दिखा
बक्श दे सब गुनाह, आ मुझे थाम ले