तेरा फज़ल क्या ही अजीब,
मेरे जीवन में बढ़ा,
अब तक संभाला मुझे,
और भी चाहिये फज़ल तेरा मुझे
हलीम जो है उन पर, रहता है तेरा फज़ल,
इस जीवन के लिये काफी है ।
ताकत और तन्दरूस्ती के साथ,
सेवा करने का फज़ल दे दे मुझे
बच गया खतरे से मैं, यह भी है तेरा फज़ल,
सारे पाप मेरे मिट गये हैं ।
अविनाशी जीवन पा लिया है,
उसे संभालने का फज़ल दे दे मुझे
स्तुति की प्रार्थना में, बढ़ता है तेरा फजल,
आंसू के साथ बोझ से मैं,
रूहों के लिये बिनती करने,
प्रार्थना के दान का फज़ल दे दे मुझे
प्रभु आने के दिन में, मिलेगा बढ़ा फज़ल,
जागते हुये पाने के लिये ।
यीशु से मैं मिलने के लिये,
दया के साथ फज़ल दे दे मुझे ।
तेरा फज़ल…