तेरा मेरा रिश्ता अज़ीब है ख़ुदा
तू मेरे सबसे करीब है ख़ुदा
कोई आसमां को पा गया कोई ज़मीन भी खो चुका
किसको क्या कहें किसको क्या कहें
अपना अपना नसीब है ख़ुदा
तू मेरे सबसे करीब है ख़ुदा …….
बहुत गुनाह मैं कर चुका दिल बस दुआ में ठहरे
मुझको अपना मुझको अपना
इरतजा ए ग़रीब है ख़ुदा
तू मेरे सबसे करीब है ख़ुदा …….
तेरा ही गीत मैं गाउँ तेरे आगे ही झुक जाऊँ
तुझे सजदे तुझे सजदे
मेरा बस तू ही हबीब है ख़ुदा
तू मेरे सबसे करीब है ख़ुदा …….