तेरा रब्ब, मेरा रब्ब, सोता नहीं
सो जाए, ऐसा कभी होता नहीं -2
हमें सूरज की गर्मी, जलाती नहीं
रात को चाँदनी भी, सताती नहीं
तेरा रब्ब, मेरा रब्ब, सोता नहीं…
हमने रहमत के चशमों से पानी पिया
खून-ए-अकदस से दामन को उजला किया
तेरा रब्ब, मेरा रब्ब, सोता नहीं…
हम पे तेरी वफाओं का साया रहा
हर सफ़र में तेरा हाथ हम पर रहा
तेरा रब्ब, मेरा रब्ब, सोता नहीं…
मौत की वादियों से गुजर हो मेरा
पर मसीह नासरी, होगा राहबर मेरा
तेरा रब्ब, मेरा रब्ब, सोता नहीं…