तेरे लिए बदन मेरा तेरे लिए श्रृंगार है
यीशु मसीह, तू जां मेरी
तू ही तो दिल का, करार है
बस मुझमें, बस मुझमें
तेरा रूह बसे, मेरी रग-रग में
मेरी नस-नस में, जान, बदन में -2
शाम-सवेरे हो बातें मीठी मुलाकातें
बढ़ती ही जाए मोहब्बत दिन हो या हों रातें
रह मुझमें, रह मुझमें
तेरा रूह रहे, मेरी रग-रग में
मेरी नस-नस में, जान, बदन में
तू ही कलाम सिखाए तेरा मसह जब छाये
रूह की हजूरी हो ऐसी कोई और न भाए
रस मुझमें, रस मुझमें
तेरा रूह रसे, मेरी रग-रग में
मेरी नस-नस में, जान, बदन में
तेरे लहू से धुलूं मैं तेरा कलाम जपूँ मैं
रूह अल क़ुद्दस की मदद से तेरी छवि पे ढलूँ मैं
दिख मुझमें, दिख मुझमें
तेरा रूह दिखे, मेरी रग-रग में
मेरी नस-नस में, जान, बदन में