तेरे लहू से पाप धोता हूँ
तू बढ़ता जा मैं कम होता हूँ
तू बढ़ता जा तू बढ़ता जा
तू बढ़ता जा मैं कम होता हूँ
तेरा लहू है मेल का पैगाम
तेरे लहू में सब चैन आराम
तेरे लहू से बने बिगड़े काम
तेरे लहू से बने बिगड़े काम
खुद को लहू में डुबोता हूँ
तू बढ़ता जा मैं कम होता हूँ
तेरा कलाम दिल में रखा है
तेरा वादा हर एक सच्चा है
तेरा ही नाम सबसे अच्छा है
अपनी खुदी से हाथ धोता हूँ
तू बढ़ता जा मैं कम होता हूँ
तेरा कलाम जीवन रोटी
तेरा कलाम राह की ज्योति
तेरा कलाम है हसीन मोती
दिल की माला में पिरोता हूँ
तू बढ़ता जा मैं कम होता हूँ