यीशु बुलावे चले आओ
दुखी बीमारो गम के मारो
निकला तू येरूशलेम से
जख्मी पड़ा है सब कुछ गवा के
येशु संभाले चले आओ
दुखी बीमारो …
इस मरज की न कोई दवाई
देख ली तूने सब खुदाई
देगा शिफा चले आओ
दुखी बीमारो …
छोड़ गया था घर पिता का तू
कैसा परेशान बेसहारा तू
देगा सहारा चले आओ
दुखी बीमारो …
दाग- ए -गुनाह तेरे धोए लहू से
करके पवित्र तुझे भरदे रूह से
सिय्योन बनावे चले आओ
दुखी बीमारो …