करो रब्ब दी हुण वडियाई , सब आसमाना दी उचियाई
ता…. रीफ….. तारीफ़ करो बुलंदी पर
तारीफ़ करन फरिश्ते सारे
ओहदियां फौजां मारन नारे
ता…. रीफ….. तारीफ़ करो बुलंदी पर
चन्न ,सूरज ,चमकीले तारे
सब आसमान ते पाणी सारे
ता…. रीफ….. तारीफ़ करो बुलंदी पर
ओस ने हुक्म किता जारी
खलकत पैदा होई सारी
ता…. रीफ….. तारीफ़ करो बुलंदी पर
ओस अजेहे मज़बूत बनाए
ता जो कुझ वी टल ना जाए