ज़मीन ये आसमान
बहार का समा
दुनिया बनाने वाले की सब है गवाह
ये जमीन ये आसमान
सागर को किसने रोक लिया
धरती को किसने नाप लिया
दिल की है जो धड़कने
उसे किसी ने चला लिया
कली कली हर फूल की
हर और शाम को धुंआ
प्रभु ने मुझ को बचा लिया
कितना मुझसे प्यार किया
प्रभु ने मुझसे प्यार किया
उसने मुझको की लिया
मेरे लिए जान देकर
पापों से मुझको छुरा लिया
जीवन मेरा ये दिल मेरा
और ये मेरी जुबान